आज इस पोस्ट में हम आपको एक भाई के अधिकारों की जानकारी देंगे। आइए, जानते हैं कि भारतीय संविधान एवं कानून में एक भाई को क्या क्या अधिकार प्रदत्त किए गए हैं-
पिता की पैतृक संपत्ति में अधिकार
इस अधिकार के बारे में तकरीबन हर कोई जानता है। एक भाई का अपने दूसरे भाई बहनों की तरह संपत्ति में अधिकार होगा। शर्त यह है कि वह पिता की पैतृक संपत्ति (paternal property) होनी चाहिए।
पिता की पैतृक संपत्ति में अधिकार
यदि पिता ने यह संपत्ति स्वयं अर्जित (self earned) की है तो फिर किसी भी भाई-बहन का उस पर हक नहीं होगा।
खुद खरीदी संपत्ति पर अधिकार
आपको जानकारी दे दें कि यदि किसी के भाई ने अपने पैसे एवं श्रम से कोई संपत्ति खरीदी अथवा अर्जित की है तो उस पर किसी दूसरे भाई का कोई भी हक या अधिकार नहीं होगा।
कोई वसीयत/वारिस न रहने पर भाई की संपत्ति पर अधिकार
यदि किसी व्यक्ति का भाई अकेला हो और बगैर वारिस अथवा वसीयत उसकी मौत हो गई हो तो ऐसे में कोई वारिस या वसीयत न होने पर उसके भाई को उसकी संपत्ति मिल जाएगी।
घरेलू हिंसा के खिलाफ उपचार का अधिकार
दोस्तों, यह तो आप जानते ही हैं कि घरेलू हिंसा अधिनियम (domestic violence act) महिलाओं को घरेलू हिंसा से सुरक्षा दिलाने के लिए लाया गया।
यदि कोई भाई घरेलू हिंसा का शिकार हो रहा है तो क्या कर सकता है?
ऐसे में उसे घरेलू हिंसा के खिलाफ उपचार का अधिकार है। वह नजदीकी पुलिस स्टेशन में स्वयं पर हो रहे जुल्म की शिकायत कर सकता है।
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