दरअसल एक राज्य के विधायकों या पार्षदों को तो वहां की राज्य सरकार के द्वारा पैसा या एक निश्चित राशि ही जारी की जाती है जिसके तहत वह अपने क्षेत्र में काम करवा सके।

सी के साथ साथ सांसदों को भी केंद्र सरकार विकास कार्यों के लिए निश्चित राशि का भुगतान करती है।

MPLADS एक शोर्ट फॉर्म होती है और इसका पूरा नाम कुछ और होता है। चूँकि यह अंग्रेजी भाषा का एक शब्द है जिसे अंग्रेज़ी में MPLADS के नाम से लिखा जाता है।

इसका अंग्रेजी में पूरा नाम मेंबर्स ऑफ पार्लियामेंट लोकल एरिया डेवलपमेंट स्कीम (Members of Parliament Local Area Development Scheme) होता है।

यदि हम MPLADS के हिंदी नाम की बात करें तो उसे सांसद स्थानीय क्षेत्र विकास परियोजना के नाम से जाना जाता है।

कोई भी सांसद 5 वर्ष के लिए चुन कर ही संसद में जाता है और उसके बाद उसे फिर से चुनावी मैदान में उतरना होता है। तो इन पांच वर्षों के अंतराल में उसे केवल 5 करोड़ रुपयों का ही भुगतान एमपीलैड्स फंड के तहत किया जाता है।

यह राशि भी उसे दो किश्तों में अर्थात 2.5-2.5 करोड़ के रुपए में मिलती है।

हालाँकि पहले यह 1 करोड़ मिलती थी जिसे बाद में बढ़ा कर 2 करोड़ कर दिया गया। किंतु वर्तमान में यह 5 करोड़ रुपए मिलती है।

एमपीलैड्स फंड क्या होता है? अधिक जानकारी के लिए नीचे दिए गए लिंक पर यहाँ क्लिक करे?