जब भी हमारा बिजली का बिल आता है तब हम बिजली की कुल यूनिट के बारे में नही देखते और ना ही हम यह देखते है कि बिल पर प्रति यूनिट कितना चार्ज लगा है
हमारे बिजली के टैरिफ, हमारे द्वारा खर्च की गयी बिजली के बिल पर लागू दर संरचना निर्धारित करते हैं। लेकिन यह बिजली के टैरिफ बिजली की लाइन के अनुसार अलग लग होते है।
साधारणतः टैरिफ लो टेंशन लाइन जो 230 V सिंगल फेज पर चलती है इसका बिजली का टैरिफ काफी कम होता है
जबकि 400 V थ्री फेज लाइन जिसका बिजली का टैरिफ सिंगल फेज की लाइन से ज्यादा होता है। इसके बाद हाई टेंशन लाइन आती है जो 11kV और इससे ऊपर के वोल्टेज की होती है।
यह हाई टेंशन लाइन आमतौर पर आवासीय, वाणिज्यिक या उद्धोगो और छोटे कार्यालयों के कनेक्शन के लिए उपयोग किया जाता है।
जैसा कि हमने आपको बताया कि यह बिजली की दरें सभी के लिए अलग अलग होती है, अगर आप अपने बिजली के बिल में बिजली की दरें और यूनिट के बारे में जानकारी नही लेते है
क्योंकि कंप्यूटर डाटा ऑपरेटर की गलती से यदि गलत यूनिट या दरें लिखी गई है तो आपका बिल गलत आएगा जिससे आपको काफी नुकसान हो सकता है।
बिजली के बिल को कैसे जाने? ज्यादा जानकारी प्राप्त करने के लिए क्लिक करे?