यदि भारत में देखा जाए तो केंद्र सरकार के अंतर्गत वित्त मंत्रालय को रखा गया है। तथा वित्त मंत्रालय के अंतर्गत उत्पाद एवं सीमा शुल्क बोर्ड को रखा गया है।

सीमा शुल्क बोर्ड के माध्यम एवं केंद्रीय उत्पाद के द्वारा ही उत्पादन शुल्क और सीमा शुल्क को अर्जित किया जाता है।

यह कार्य कस्टम अधिकारी तथा सीमा शुल्क अधिकारी के द्वारा किया जाता है।

निर्धारित सीमा क्षेत्र में ही वस्तुओं की गहन जांच करने के तत्पश्चात इस शुल्क को प्राप्त किया जाता है।

कस्टम अधिकारी बनने हेतु एक परीक्षा पास की जाती है। यह परीक्षा तीन भागों में विभाजित होती है। प्रथम चरण -सिविल सर्विस टेस्ट, द्वितीय चरण- मुख्य परीक्षा तथा तृतीय चरण- साक्षात्कार।

जो व्यक्ति उत्पाद एवं सीमा बोर्ड के अंतर्गत कार्य करता है। उसे कस्टम ऑफिसर के नाम से जाना जाता है। यह इंपोर्ट समान के संबंध में कार्य करते हैं।

कस्टम अधिकारी बनने हेतु जारी की जाने वाली परीक्षा संघ लोक सेवा आयोग अथवा यूपीएससी के माध्यम से जारी की जाती है।

कस्टम अधिकारी की सैलरी ₹52000 प्रति माह होती है। परंतु सकल के अनुसार कस्टम अधिकारी का वेतन ₹60000 प्रतिमाह हो जाता है।

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