जैसा कि आप सभी जानते है कि सभी किसान अपनी धान की फसल को धान उपार्जन केंद्र में ले जा कर ही बेचते है इस वर्ष केंद्र सरकार ने किसानों को धान की फसल पर अधिक लाभ देने के लिए समर्थन मूल्य में 100 रूपये प्रति क्विंटल की बढ़ोतरी की है
जैसा कि आप सभी जानते है कि सभी किसान अपनी धान की फसल को धान उपार्जन केंद्र में ले जा कर ही बेचते है इस वर्ष केंद्र सरकार ने किसानों को धान की फसल पर अधिक लाभ देने के लिए समर्थन मूल्य में 100 रूपये प्रति क्विंटल की बढ़ोतरी की है
ताकि किसानों को उनकी फसल पर अधिक से अधिक मूल्य प्राप्त हो सके और अब सभी धान उपार्जन केंद्र से किसानों की फसल को इसी समर्थन मूल्य पर खरीदा जायेगा।
जिसके लिए किसानों को उत्तर प्रदेश खाद्य एवं रसद विभाग की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर अपना पंजीकरण करने की जरूरत पड़ेगी। अगर आप को धान बेचने के लिए पंजीकरण की प्रक्रिया के बारे में जानकारी नहीं है
पूरे भारत देश में उत्तर प्रदेश एकमात्र ऐसा राज्य है जो धान के उत्पादन में पहले स्थान पर आता है। जिसकी वजह से यहां मंडियों में सबसे ज्यादा धान की फसल की आवक और खरीद होती है।
धान की अलग अलग किस्मों के आधार पर अलग अलग रेत निर्धारित किए जाते है लेकिन इस वर्ष धान की उपज में कमी देखने को मिली है।
और अब केंद्र सरकार के द्वारा धान की सभी किस्मों का एमपीएस मूल्य जारी कर दिया गया है। आज सामान्य धान की mps मूल्य 2040 रुपए और ए ग्रेड धान की कीमत 2060 है।
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