भारतीय नागरिकों को रोजगार देने के लिए भारतीय प्रधानमंत्री दीनदयाल अंत्योदय योजना शुरुआत की है, इस योजना के अंतर्गत बेरोजगार नागरिको को रोजगार उपलब्ध कराया जाएगा।
दीनदयाल अंत्योदय योजना दरअसल, देश के गरीब नागरिकों के लिए है। इसके लाभार्थियों में शहरी और गांव दोनों के ही गरीब शामिल किए गए हैं।
सरल शब्दों में कहें तो यह भी प्रधानमंत्री रोजगार योजना जैसी ही योजना है। जो स्किल डेवलपमेंट के साथ ही रोजगार के अवसर सुनिश्चित करने की बात करती है।
दीनदयाल अंत्योदय योजना का बदले रूप में शुभारंभ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 25 सितंबर, 2014 को किया था। इससे पूर्व अंत्योदय योजना का शुभारंभ ग्रामीण विकास मंत्रालय ने नवंबर, 2011 में स्वर्ण जयंती स्वरोजगार योजना के पुनर्गठन के रूप में किया था।
दीनदयाल अंत्योदय योजना के दो घटक थे। इनमें से एक का नाम दीनदयाल अंत्योदय योजना-राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (DAY-NRLM) और दूसरे घटक का नाम दीनदयाल अंत्योदय योजना-राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन (DAY-NULM) कर दिया गया था।
बता दें कि यह योजना राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन और राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन का एकीकरण है। सरकार ने इसके लिए 500 करोड़ रुपये का प्रावधान किया है।
राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन यानी NRLM के तहत स्वप्रबंधित स्वयं सहायता समूहों के जरिये हमारे देश के 600 जिलों, 6000 ब्लाकों, ढाई लाख ग्राम पंचायतों और छह लाख गांवों में सात करोड़ ग्रामीण गरीब परिवारों को शामिल करने के लिए एजेंडा तैयार किया गया है
स योजना के तहत प्लेसमेंट तथा स्किल डेवलपमेंट ट्रेनिंग के जरिये रोजगार के अंतर्गत सभी शहरियों को ट्रेनिंग के लिए 15 हजार से लेकर 18 हजार रुपए की राशि बतौर निवेश निधि के तौर पर दी जाती है।
देश के जो पात्र नागरिक दीनदयाल अंत्योदय योजना का लाभ लेना चाहते हैं उन्हें ऑफिशियल वेबसाइट पर जाकर अपने जरूरी दस्तावेज के साथ ऑनलाइन आवेदन करना होगा।
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